मुरलीगंज: नगर पंचायत की ओर से गंदे पानी की निकासी के लिए बनाए गए लाखों रुपए के नाले निर्माण के बाद मात्र तीन माह में ही दम तोडऩा शुरू कर दिया. शुक्रवार को शहर के गोलबाजार समीप गाड़ोदिया गली में एक चीनी लदे ट्रेक्टर जाने से नाला धंस कर टूट गया. अब इस बात को लेकर लोग कह रहे हैं कि यह नाला भी भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया. बताया गया कि यहां तीन माह पूर्व ईंट सोलिंग व ढक्कन सहित नाले का निर्माण जिसका प्राक्लित राशि 11 लाख 15 हजार आठ सौ रुपये की लागत से करवाया गया था. नाला निर्माण के समय गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने से अब यह टूटने लगा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क के बीच से होकर गुजरने वाला नाला का प्लेट टूट जाने से आवागमन में काफी परेशानी होगी.
वहीं लोग बदबू व दुर्गंध से परेशान हो रहे हैं. लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि उदासीन रवैया अपनाया हुआ है. शहर के विभिन्न जगह नगर पंचायत मद से चल रहे नाली निर्माण के कार्य में अनियमितता बरती जा रही है. इससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों का आरोप है कि चल रहे नाली निर्माण में संवेदक के द्वारा इतना घटिया कार्य करवाया जा रहा है कि नाली एक वर्ष से ज्यादा नहीं टिक पाएगी. लोगों ने कहा कि नाली का लेबल सही से नहीं लिया गया है. जिस वजह से सड़क का पानी नाली में ना जाकर सड़क पर ही जमा रहेगा. इस वजह से ना तो लोग नाली का ही उपयोग कर पाएंगे और बरसात के मौसम में सड़क पर आवागमन करने में भी समस्या होगी.
नगरवासियों ने नपं प्रशासन से मांग की है कि नाला निर्माण में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने की दिशा में पहल करें नहीं तो शहर के लोग उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि निर्माण में भारी पैमाने पर भ्र्ष्टाचार हो रही है. लेकिन विभागीय अधिकारी उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं. वही ईओ सुजित कुमार ने बताया कि जल्द नाले को मरमत्त करवाया जायेगा. नपं के जेई को जांच के लिये भेजा गया था. जांच रिर्पोट आने के बाद संबंधित संवेदक को नोटिश किया जायेगा. हलांकि संवेदक का पूर्ण पैमेन्ट नही हुआ है.
(रिपोर्ट:- चिराग कुमार शाह)
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