जनप्रतिनिधियों का अपमान आम जन का अपमान
सिंहेश्वर मेला के उद्घाटन में स्थानीय विधायक सहित,प्रमुख सहित अन्य प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि वर्तमान डीएम का यह तानाशाही रवैया बर्दास्त नहीं किया जा सकता. लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि सर्वोपरी होते हैं उनका सम्मान आमजन का सम्मान होता है. डीएम वास्तव में एक सेवक मात्र ही होता है. वहीं राठौर ने पत्र में वर्तमान डीएम द्वारा ही विगत गोपाष्टमी महोत्सव का भी हवाला देते हुए उसमें भी जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा और अपमान का हवाला दिया है.
मेला सिंहेश्वर की जान उसे डिस्टर्ब करना एक बड़ी साजिश
राठौर ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि सिंहेश्वर मेला सिंहेश्वर की पहचान और आय का मुख्य स्रोत रहा है. उसे और समृद्ध बनाने के बजाय मौत का कुंवा,थियेटर को बंद करने का फरमान दुखद है. यह सब मेला का मुख्य आकर्षण होता है उसे ही बंद कर देना मेला को चौपट करने की साजिश है इससे पता चलता है कि डीएम की मानसिकता संकीर्ण है. इनके कार्यकाल में मेला के दौरान भी गांधी पार्क,हाथी गेट उपेक्षित रह रहे वहीं सिंहेश्वर महोत्सव की तैयारी का प्रचार प्रसार भी व्यापक स्तर पर नजर नहीं आ रहा. राठौर ने पत्र में साफ किया है कि डीएम की रवैया अगर नहीं सुधरी तो इनके खिलाफ आमजन बड़े विरोध की ओर बढ़ेंगे और जरूरत पड़ी तो डीएम हटाओ मधेपुरा बचाओ की मुहिम भी चलाई जाएगी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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