लोक आस्था के महापर्व चैती छठ उदयीमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. चैती छठ को लेकर प्रतिवर्ष की तरह श्रद्धालुओं द्वारा भिरखी नवटोलिया छठ घाट की सफाई कर बड़े धूमधाम से छठ पर्व मनाया गया. ऐसा देखने को मिला है की चैती छठ मनाने वाले श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. बताया जाता है कि चैती छठ को व्रतियों द्वारा काफी नियम निष्ठा के साथ मनाया जाता है. इस महापर्व के प्रति व्रतियों में काफी उत्साह रहता है. व्रतियों द्वारा विधि-विधान से नहाय-खाय के साथ इस पर्व की शुरुआत की जाती है. बुधवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया गया. इस महापर्व को लेकर छठी मइया के गीतों को लगभग सभी घरों में सुनने को मिला. इसके बाद व्रती ने प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण किया व अपना उपवास तोड़ा. इसके साथ ही चैती छठ पूजा का निस्तार हो गया. कहते है की जो - जो श्रद्धालु स्वच्छ मन से छठ के दिन मनोकमानाएं रखती है उसकी हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- गरिमा उर्विशा)
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- गरिमा उर्विशा)