वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाना और वित्तीय अनुशासन कायम रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी: नरेंद्र - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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3 मई 2021

वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाना और वित्तीय अनुशासन कायम रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी: नरेंद्र

मधेपुरा: वित्तीय मामलों के जानामाने विशेषज्ञ नरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने सोमवार को बीएनएमयू, मधेपुरा के वित्तीय परामर्शी के रूप योगदान दिया. इस अवसर पर उन्होंने महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान साहेब एवं कुलपति प्रोफेसर डॉ. राम किशोर प्रसाद रमण के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि वे दोनों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाना और वित्तीय अनुशासन कायम रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. 

इसमें उन्हें सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों से सहयोग की अपेक्षा है. इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर डाॅ. राम किशोर प्रसाद रमण ससमय वित्तीय परामर्शी की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसके लिए महामहिम राज्यपाल सहकुलाधिपति फागू चौहान साहेब के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि राजभवन सचिवालय ने सही समय पर सही व्यक्ति को यह जिम्मेदारी दी है. नए वित्तीय परामर्शी काफी अनुभवी, कर्मठ एवं कर्तव्यनिष्ठ हैं और वित्तीय प्रबंधन के जानकार भी हैं. इसके सहयोग से विश्वविद्यालय का समग्र विकास होगा.  
कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद ने कहा कि नए वित्तीय परामर्शी का इस विश्वविद्यालय से काफी लगाव है. ये पूर्व में भी यहाँ कार्य कर चुके हैं. उन्हें आशा ही नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास है कि नए वित्तीय परामर्शी विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में सकारात्मक सहयोग करेंगे. मालूम हो कि राजभवन सचिवालय, पटना द्वारा जारी अधिसूचना बीएसयू (एफए)-37/2018-661/ जीएस (i), दिनांक-29. 04. 2021 के तहत पटना के नरेंद्र प्रसाद सिन्हा की नियुक्ति तीन वर्षों के लिए वित्तीय परामर्शी के रूप में की गई है. 

इन्होंने पूर्व वित्तीय परामर्शी सुरेशचंद्र दास का स्थान लिया है. नए वित्तीय परामर्शी को वित्तीय मामलों का काफी अनुभव प्राप्त है और ये विश्वविद्यालय अधिनियम के भी अच्छे जानकार माने जाते हैं. इन्हें कई प्रमुख वित्तीय संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में कार्य करने का अनुभव प्राप्त है. वित्तीय परामर्शी के रूप में योगदान देने के पूर्व ये भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) में डिप्टी कंट्रोलर ऑफ एकाऊंट के पद पर कार्यरत थे.  
इन्होंने अपनी मुख्य सेवावधि महालेखाकार कार्यालय, पटना में बिताई है. यहाँ से सेवानिवृत्ति के कुछ दिनों पूर्व ये मुजफ्फरपुर में मुख्य लेखाकार रहे. साथ ही पटना विश्वविद्यालय, पटना और बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबैर में वित्तीय परामर्शी के रूप में कार्य कर चुके हैं. इसके अलावा अप्रैल-सितंबर 2019 तक बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में वित्त पदाधिकारी भी रहे हैं. इस अवसर पर वित्त पदाधिकारी रामबाबू महतो, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर एवं कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव उपस्थित थे. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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