नाटक "डार्क ऑफ लाइफ" का मंचन - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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21 दिसंबर 2021

नाटक "डार्क ऑफ लाइफ" का मंचन

बेगूसराय: मंगलवार को राजकीयकृत मध्यविद्यालय रतौली के प्रांगण में ओपेरा आर्ट सोसाइटी बेगुसराय की नवीनतम प्रस्तुति हरिकिशोर ठाकुर द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक "डार्क ऑफ लाइफ" का सफल मंचन किया गया. इस नाटक के माध्यम से लेखक व निर्देशक ने समाज मे हो रही विभिन्र विकृतियों को सामने लाने का काम किया है. अगर हम इसी तरह नही जागे तो वह दिन दूर नहीं कि हमारा समाज वैशाखी पर आ खड़ा होगा. जिस तरह से मानव स्वार्थ से वशीभूत होकर पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं आने वाले समय मे हमे हमारे परिवार के साथ एक -एक ऑक्सीजन का सिलेंडर रखना पड़ेगा, फिर ऑक्सीजन न मिलने के कारण हम सब मरेंगे. 

प्रस्तुत नाटक में स्वास्थ्य और स्वच्छता पर भी ध्यान दिया गया है, इसी तरह सही शिक्षा का विकास कैसे हो परिवार और विद्यालय में इन बिंदुओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. अनुशासन जो हमारे समाज से विलुप्त होता जा रहा है और गलत चीजो का तेजी से जिस तरह से विस्तार हो रहा है जैसे अशलील गीतों का तेजी से समाज मे फैलना हमारी संस्कृति पर हमला है. ऐसे कई बिन्दुओ को कलाकारों ने अपने अभिनय के माध्यम से उजागर करने का काम किया है. नाटक को देख बच्चों में काफी प्रभाव पड़ा है और सब ने वचन लिया है कि हम अपने समाज को सही दिशा में लाने के लिए हमेंशा आगे रहेंगे.  
कलाकार के रूप में सिकंदर कुमार शर्मा, रंजन कुमार, हरिकिशोर ठाकुर व मो. फुरकान ने अपने अभिनय से बच्चों को काफी प्रभावित किया. संगीत और नाल पर शम्भू कुमार उर्फ नंदराज ने काफी प्रभाव डाला,साथ मे सहयोगी के रूप में अभय झा भी थे. प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार ने कहा कि नाटक हमें सांस्कृतिक रूप से समृद्घ बनाता है तथा हमारे अंदर सृजनात्मक कौशलों के विकास के साथ साथ हमें संवेदनशील बनाता है. नाटक की समीक्षा करते हुए विद्यालय प्रधान ने कहा कि संस्था और उनके कलाकारों को बधाई देते हुए कहा कि यह मुहिम निरंतर चलते रहना चाहिए और सभी विद्यालय इसका लाभ ले. 

संस्था के सचिव व निर्देशक हरिकिशोर ठाकुर ने धनंजय सर और स्कूल के सभी शिक्षक को दिल से धन्यवाद कहा क्योकि इनके बिना नाटक अधूरा होता. मौके पर शिक्षक नवीन कुमार सिंह, अशोक कुमार पासवान, राजीव रंजन, पल्लवी कुमारी, शंकर पंडित, अजय वियोगी, सचिन कुमार, जयमाला कुमारी, प्रियंका कुमारी, शाहआलम आदि सहित कई अविभावक थे. 
(रिपोर्ट:- अमरेश अमन) 
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