डेस्क: शनिवार को मधेपुरा की एक छात्रा ने कोटा में अपने हॉस्टल की 5वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी. 17 साल की शिखा यादव कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रही थी. एक दिन पहले ही पिता सर्वेश कुमार अपनी बेटी को वापस अपने साथ ले जाने के लिए मधेपुरा से कोटा पहुँचे थे. पता चला है कि इसी बात पर दोनों में बहस हुई थी. माना जा रहा है कि इसी से नाराज होकर छात्रा ने अपनी जान दे दी. घटना कोटा स्थित लैंडमार्क सिटी की है. सूचना मिलने पर कुन्हाड़ी थाना से पुलिस मौके पर पहुँची. शिखा बिहार के मधेपुरा जिला स्थित आनंद विहार वार्ड नंबर 3 की रहने वाली थी.
कुन्हाड़ी थाना सीआई गंगासहाय शर्मा ने बताया कि शव को एमबीएस की मोर्चरी में रखवाया गया है. फिलहाल आत्महत्या के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चला है. शिखा कोटा में एक साल से थी. वह अपने हॉस्टल में पहली मंजिल पर रहती थी. मालूम चला है कि कोचिंग कम ही जाती थी. इस कारण उसके पिता उसको वापस लेने कोटा आए थे. शनिवार को दोपहर 12 बजे वापसी का रिजर्वेशन था. पिता सामान पैक कर नीचे पहुँचे, फिर चाय पीने चले गए. इसी दौरान शिखा बिल्डिंग की 5वीं मंजिल पर गई और बालकनी से कूद गई.
छात्रा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर पिता भी बाहर दौड़े लेकिन तब तक उनकी बेटी दम तोड़ चुकी थी. शिखा यादव 10th पास कर कोटा में मेडिकल की तैयारी करने गई थी. शिखा का एक बड़ा भाई भी है जिसका नाम प्रिंस है. पिता सर्वेश यादव सरकारी शिक्षक हैं और मां घरेलू महिला है. दो दिन पहले ही माँ अपने मायके गई थी. फोन पर बात करते हुए वो रोने लगी. वो कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है. पड़ोसी शशि यादव ने बताया कि शिखा पढ़ने में काफी अच्छी थी. आज जब उसकी मौत की सूचना मिली तो उसके पिता को भी फोन किया गया लेकिन वे कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं थे.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....