मधेपुरा: वाम छात्र संगठन एआईएसएफ की बीएनएमयू इकाई द्वारा बीएनएमयू के संस्थापक कुलपति एवम् लोक सभा और राज्य सभा के सांसद रहे डॉ रमेंद्र कुमार यादव रवि, मूर्धन्य साहित्यकार हरिशंकर शलभ और देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए संगठन के बीएनएमयू व पीयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि मधेपुरा को हमेशा इस बात पर गर्व रहेगा कि तीन जनवरी 1943 को जन्में और आगे चलकर शिक्षा, साहित्य,राजनीति के संगम के पर्याय डॉ रमेंद्र कुमार रवि और एक जनवरी 1934 को जन्मे और मूर्धन्य साहित्यकार एवम् इतिहासकार के रूप में स्थापित हुए हरिशंकर शलभ ने अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से इस धरती का मान बढ़ाया.
डॉ रवि ने शिक्षा, राजनीति, साहित्य में शिखर पुरुष बन कर ताउम्र राज किया. वहीं हरिशंकर शलभ ने जिला व आसपास के मौजूद व विलुप्त हो रहे ऐतिहासिक व धार्मिक इतिहास को संग्रहित कर विभिन्न रूपों में पुस्तक का रूप दिया जो वर्तमान व भावी पीढ़ी के लिए अत्यन्त लाभकारी है. इस अवसर पर छात्र नेता राठौर ने कहा कि दोनों हस्तियों के सानिध्य में कुछ समय रहने व सीखने का मौका मिलना हमेशा गौरवान्वित महसूस कराता रहेगा. पिछले वर्ष विश्व व्यापी महामारी कोरोना से संघर्ष करते हुए मात्र कुछ दिनों के अंतराल में दोनों हस्तियों को खोना जिले की सबसे बड़ी क्षति रही जिसकी भरपाई सम्भव नहीं उनके योगदान व उनकी रचना सदैव उनकी उपस्थिति के प्रमाणिक आधार बने रहेंगे.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तीन जनवरी 1831 को जन्मी सावित्री बाई फुले ने आधी आबादी को शिक्षित व जागरूक करने के लिए डेढ़ दर्जन शिक्षण संस्थान की स्थापना की प्रथम महिला शिक्षिका प्रखर समाज सुधारक व कवियत्री के रूप में राष्ट्र उन्हें नमन करता है. इस अवसर पर उन्होंने छात्रों से अपील किया कि स्थानीय स्तर से निकल वृहद स्तर पर खुद को स्थापित करने वाले ऐसे अमर लोगों से प्रेरणा लेकर जीवन पथ पर बढ़ने की जरूरत है. पूजा, नेहा ने कहा कि हमें अपने समाज के रत्नों को सामने ला उनके योगदान को विमर्श का रूप देने की जरूरत है जिससे उन्हें अधिक से अधिक लोग जान व समझ सकें. संजय व विजय ने कहा कि इन दोनों हस्तियों का जीवन सफर यह दर्शाता है कि कहीं भी रहकर सफलता की बड़ी व अमिट लकीर खींची जा सकती है.
मौके पर उपस्थित धर्मेन्द्र, नैना, पीयूष, छोटी, सूरज, लक्ष्मी, सिम्पल, रौशन, रोहित, रूपेश, मौसम, पुनीता गौतम, पिंकी, प्रियंका, प्रीति, सत्यम, विजय, आशा आदि ने दोनों अमर हस्तियों को जयंती पर याद करते हुए उनके योगदान को इस क्षेत्र का धरोहर बताया.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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