मधेपुरा: कहते हैं कि हमें जीवन में हमेशा दूसरों के ग़म का हिस्सा और खुशी की वजह बननी चाहिए. इस वाक्य को सकारात्मक करके दिखाया है एक निजी कोचिंग के बच्चों ने. लगभग दो दिन की तैयारी के बाद उन्होंने अपने शिक्षक का सरप्राइज बर्थडे सेलिब्रेट इस अंदाज में किया कि शिक्षक भावविभोर हो उठे. बच्चों ने कहा कि किसी को खुश करना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन फिर भी उन्होंने एक छोटा-सी कोशिश की कि अपने शिक्षक के इस खास दिन को और भी खास व यादगार बना सके. जन्मदिन के मौके पर बच्चों ने एक छोटे से कार्यक्रम का आयोजन किया.
उन्होंने अपने हृदय की भावनाओं को व्यक्त किया. छात्रा सोनम आज़ाद ने अपने शिक्षक को समर्पित अपनी स्वरचित कविता से उनका अभिवादन किया. विद्यार्थियों ने कहा कि आशीष मिश्रा सर उनके आदर्श और प्रेरणा श्रोत हैं. ज़िन्दगी की हर मुश्किल घड़ी में उनके कहे शब्द ही उन्हें सही रास्ता दिखाते हैं. बच्चों ने कहा कि आज उनके लिए न सिर्फ उनके सर का जन्मदिन है बल्कि एक तरह से दीवाली का भी मौका है क्योंकि सर हमारे लिए किसी दीपक की रौशनी से कम नहीं हैं. जिस तरह दीपक अंधकार में भी प्रकाश फैलता है ठीक उसी तरह सर ने भी हमें शिक्षा देकर हमारे जीवन को प्रकाशमान कर दिया है.
हम सदैव सर के आभारी रहेंगे. जन्मदिन के मौके पर बच्चों का प्यार देखकर आशीष मिश्र सर ने कहा कि मैंने आजतक कभी जन्मदिन नहीं मनाया है. ये मेरी ज़िंदगी का तीसरा जन्मदिन है. इससे पहले भी दो बार और मुझे सरप्राइज बर्थडे मिल चुका है लेकिन आज का ये जन्मदिन बड़े पैमाने पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि हालांकि वो इन सब के पक्षधर नहीं हैं लेकिन बच्चों की खुशी में ही उनकी खुशी है. उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि "बच्चों का प्यार लगा मिला मुझे मेरा संसार, कैसे कहूँ कैसे सुनाऊँ कैसे दिखाऊँ अपना प्यार, तुमलोगों की दिल्लगी मुझे इतनी अच्छी लगी, कि जमाना जलने लगा.
हूँ मैं शुक्रगुज़ार कैसे करूँ आभार, आपलोग बने मेरे जीवन का आधार, आपलोगों का साथ रहे अपरम्पार, जीवन में हो ये मुलाकात बारम्बार." बच्चों ने सर के जन्मदिन को और भी खास व यादगार बनाने के लिए उन्हें मोस्ट इंस्पायरिंग टीचर के रूप में मोमेंटो भेंट किया. कार्यक्रम का संचालन सोनम आज़ाद ने किया. मौके पर कार्यक्रम को सफल बनाने में मिंटू यादव, एस के सूरज, मनीषा, मुस्कान आर्या, दीपा नंदनी, अभिषेक व अन्य मौजूद रहे.