"वैलेंटाइन्स वीक" का दूसरा पार्ट - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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9 फ़रवरी 2019

"वैलेंटाइन्स वीक" का दूसरा पार्ट

सहरसा
शिक्षक "वैलेंटाइन्स वीक" को ध्यान में रखते हुए कोचिंग में छुट्टी घोषित कर दिए हैं. छुट्टी घोषित होने से लड़के-लड़कियाँ के खुशी का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. इतना खुश है की जैसे दशहरा से लेकर दीवाली-छठ तक छुट्टी दे दी गई है घर जाने के लिए.
             अगर सरकार वैलेंटाइन्स वीक को "राष्ट्रीय छुट्टी" घोषित कर दे तो लड़के-लड़कियाँ दो दिन तक अपने दोस्तों की पार्टी देंगे. वैसे दोस्त से पार्टी लेना एक दिन के लिए भी मुश्किल होता है. बात आती है "रोज डे" कितना का सफल हुआ और कितना को "रोज डे" दिन ही धोखा. "रोज डे" जिन लड़के-लड़कियाँ का सफल रहा उनका लगभग वैलेंटाइन्स सफल ही रहेगा. ज्यादे समस्या "रोज डे" में ही होता है.
                        लड़के-लड़कियाँ को लगता है पता नहीं क्या होगा-क्या नहीं. जिनका सफल हुआ अब वो प्रोपोज की तैयारी में होगा. देखा जाय तो "प्रोपोज डे" काफी मायने रखती है. क्योंकि कुछ लड़के-लड़कियाँ "रोज डे" में रोज (Rose) तो स्वीकार कर लेते हैं लेकिन "प्रोपोज डे" के दिन कोई ठिकाना नहीं होता है. ज्यादेतर ऐसा दर्जनों से महोब्बत करने वालें करते हैं. एक ओर दिखावे की महोब्बत होती है तो दूसरी ओर सिर्फ तुम मेरी या मेरा.
                    खुद को प्रोबोद्ध दिखाने के लिए घटिया से घटिया हरकत कर बैठते हैं. इस तरह वैलेंटाइन्स वीक के दूसरे दिन ही कितनों के महोब्बत का कत्ल हो जाता है. कुछ लड़कियाँ तो मैंने देखा है कि लड़के के पॉकेट में जब तक मनी (Money) होती है तब तक ही महोब्बत होता है उस लड़के से. लड़की एक को छोड़ने के बाद यहाँ तक उधर दूसरा लड़का पैसे वाला तैयार रखती है. क्योंकि लड़का को पटाना इतना आसान है कि लड़की अगर एक स्माइल दे दे तो लड़के महोब्बत ही कर बैठते हैं और दूसरी स्माइल में तो बिना कुछ सोचे समझे दिल-जिगर सब कुछ लड़की के हवाले कर देने का काम करते हैं.
               अपने दोस्तों से "ये वाली अलग है" बताकर "मिस यूनिवर्स" का "ताज यानी मुकुट" पहना देता है. हालांकि अब इस तरह के घटना कम होता जा रहा है. लड़के समझदार होते जा रहें हैं. आज यानी 8 फरवरी को "प्रोपोज डे" के रूप में मनाया जाता है. हमेशा के लिए एक-दूसरे का बन जाने का काम होता है. जो पहले से एक-दूसरे का बना हुआ है वो आज प्रोपोज का ढ़ोंग करते हैं. वैसे महोब्बत में "प्रोपोज डे" को देखकर प्रोपोज नहीं किया जाता है.
                        जब महोब्बत हुई एक भी कदम बिना बढ़ाये बढ़ जाता है तो "प्रोपोज डे" का इंतजार नहीं, उसी समय प्रोपोज कर स्वीकार करवा लिया जाता है. वैसे जिनका आज स्वीकार कर लिया गया होगा वो कल यानि 9 फरवरी को "चॉकलेट डे" के रूप में मनाएगा. वैलेंटाइन्स जवान होता दिख रहा है. महोब्बत जिन्दाबाद था और रहेगा. 
(कल्पना- नवीन कुमार)

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