मधेपुरा: जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष मोहन मंडल के नेतृत्व में दौराम मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 'रेल रोको' आंदोलन किया. रेलवे स्टेशन पहुंचे जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष के साथ मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक जाम कर केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए हैं.
जिलाध्यक्ष ने कहा कि लाखों की संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलनरत हैं, लेकिन मोदी सरकार को कुछ फर्क नहीं पड़ रहा है. ऊपर से किसानों को किसानों को आतंकवादी, उग्रवादी और खालिस्तानी कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत के निर्माण में सबसे बड़ी भूमिका किसानों और मजदूरों की है.पहले लॉकडाउन के समय मजदूरों को मरने के लिए छोड़ दिया गया और अब किसानों को आर्थिक रूप से बर्बाद करने की पूरी तैयारी कर ली गयी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सिर्फ अंबानी और अडानी की चिंता हैं. उन्हें किसानों, मजदूरों और देश की गरीब जनता से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश भर में जिला इकाईयों ने रेल चक्का जाम कर किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद की.
हमारी यह लड़ाई आगे भी तब तक जारी रहेगी जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं कर दिए जाते और सरकार एसएसपी पर कानून नहीं बनाती. जाप कार्यकर्ताओं के द्वारा अचानक रेल रोके जाने पर कुछ देर के लिए यात्रियों में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाला और नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया जिसके बाद यात्री ट्रेन में सवार होकर अपने अपने गंतव्य की ओर बढ़ चले.
मौके युवा परिषद के जिलाध्यक्ष गोपीकृष्ण उर्फ बीडियो यादव, रामचंद्र यदुवंशी, बीएनएमयू अध्यक्ष अमन कुमार रितेश, नगर अध्यक्ष सामंत यादव, रामचंद्र यादव, जिला कार्यालय सचिव शैलेंद्र कुमार, युवा रंजन उर्फ नवीन, निगम कुमार, भानु प्रताप, सतीश कुमार, दीपक कुमार, नीतीश कुमार, अजय कुमार, राजू कुमार मन्नू सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....