डाॅ. रामनरेश सिंह |
मधेपुरा: हरिहर साह कॉलेज उदाकिशुनगंज के प्राचार्य व महिला कर्मी से जुड़े विवाद के लगातार चर्चा में आने पर वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के प्रांतीय नेता हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हरिहर साह कॉलेज जिला का सबसे पुराना कॉलेज है जिसका अपना इतिहास और साख है वहीं वर्तमान प्रभारी प्राचार्य समाज के सम्मानित छवि के चेहरे हैं. कॉलेज और प्राचार्य दोनों के लिए यह घटनाक्रम दुखद है इसे समय रहते सकारात्मक रूप से सुलझाने की जरूरत है जिसमें विश्वविद्यालय की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है.
वहीं विश्वविद्यालय की शैली पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि उक्त कॉलेज से जुड़े विवाद कि शिकायत मिलने व प्राचार्य द्वारा भी खुद पर लगे आरोप की जांच कराने की मांग के बाद त्वरित निदान देने के बजाय विश्वविद्यालय की शिथिलता से मामला लगातार उग्र होता जा रहा है जो दुखद है. एआईएसएफ नेता राठौर ने कहा कि लंबे समय से हरिहर साह कॉलेज उपेक्षित था और अपने उद्धार की बाट जोह रहा था.
वर्तमान प्रभारी प्राचार्य ने पदभार लेते ही शैक्षणिक माहौल बनाने की मुहिम शुरू करते हुए खाली पड़े शिक्षक व कर्मियों की भरपाई के साथ पुस्तकालय दुरुस्त करने की पहल की व अन्य कार्यों के लिए विश्वविद्यालय व जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील भी की. जिससे कम समय में ही शैक्षणिक माहौल बनता नजर आने लगा था ऐसे हालात में यह घटना क्रम अपने आप में कई सवालों को जन्म देता है कि यह साजिश और घटना कुछ भी हो सकती है.
छात्र नेता सौरभ कुमार ने कुलपति से मांग किया कि अविलंब इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर छाए बादल और सवाल को खत्म करें जिससे कॉलेज में बन रहा शैक्षणिक माहौल फिर से बाधित न हो दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो जिससे इस प्रकार की पुनरावृति नहीं हो. उन्होंने अपील किया कि सबको मिलकर जिले के सबसे पुराने कॉलेज की बदनाम हो रही छवि को बचाने की जरूरत है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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