मधेपुरा: बुधवार को एनएसयूआई ने जिलाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में कॉलेज चौक पर कैंडिल मार्च निकालकर लखीमपुर खैरी के शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दिया गया. मौके पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि काला कृषि कानून के खिलाफ इस आंदोलन में सरकारी जुल्मों ने सैकड़ो किसानों की हत्या की है. सरकार लगातार आंदोलन को कमजोड़ करने की षड्यंत्र रचते आ रही लेकिन जब मोदी सरकार अपने मंसूबे में कामयाब नही हुई तो अब कायराना हरकत कर किसानों की हत्या की जा रही है. बीते दिनों यूपी के लखीमपुर खैरी में किसान शांति पूर्ण प्रदर्षण कर रहे थे. जिसे यूपी के गृहराज्य मंत्री के पुत्र द्वारा अपनी गाड़ी से कुचल दिया गया जिसमें 6 किसानों की मौत हो गयी है. जिसका हिसाब मोदी सरकार को देना होगा. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि किसान आंदोलन अब केवल किसानों तक नही रहा. यह देश के गरीब, मजदूर, किसान, नौजवान और छात्रों के भविष्य को बचाने की लड़ाई है. यह देश बचाने की लड़ाई है, आने वाली पीढ़ियों के भविष्य बचाने की लड़ाई हैै. निशांत यादव ने कहा कि यह इंक़लाब है किसानों से किसानी छीनने के खिलाफ, छात्रों से शिक्षा छिनने के खिलाफ, युवाओं से रोजगार छिनने के खिलाफ, आने वाली पीढ़ी से भविष्य छिनने के खिलाफ. हम लड़ेंगे और आखिरी दम तक लड़ेंगे. सरकारी जुल्म हम कमजोड़ नही कर सकती. एनएसयूआई विवि अध्यक्ष नीतीश यादव और हिमांशु राज ने कहा कि सरकार किसानों के हत्यारों को गिरफ्तार कर .कठोड कार्यवाई करे अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा.
कैंडिल मार्च में एनएसयूआई छात्रनेता साजन यादव, शिवम कुमार, जितेंद्र कुमार, अरमान अली, अंशु पासवान, पुरुषोत्तम कुमार, चितरंजन, प्रशांत प्रिंश, विशाल भाटिया, सतीश, गौतम, अभिषेक, रवि, राहुल, दिवाकर, रामविलाश, दीनबंधु, मौशम झा, मुन्ना राजा, रौशन, चंद्रप्रकाश, अजय, नीतीश, मिथलेश, अफरोज, अमित समेत दर्जनों छात्र मौजूद थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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