मधेपुरा: मंगलवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर मधेपुरा प्रेस क्लब भवन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी का विषय था "मीडिया से कौन नहीं डरता". संगोष्ठी का उद्घाटन डीडीसी, एसडीएम, डीपीआरओ, एनजेए के प्रमंडल अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. अपने सम्बोधन के दौरान एसडीएम नीरज कुमार ने कहा कि मीडिया का स्वरूप बीते कुछ वर्ष पहले जिस स्वरूप में था, आज भी वैसा ही है. बात मीडिया से डरने की की जाए तो मीडिया से हर वह व्यक्ति डरता है जो गलत आचरण और गलत गतिविधियों में अपनी संलिप्तता रखता है.
डीडीसी ने कहा कि समय के साथ सामाजिक विकास हुआ है, मीडिया का स्वरूप और माध्यम भी पहले के मुताबिक वृहत हो गया है. आज अखबार, रेडियो एवं टीवी चैनलों से इतर सोशल मीडिया ने भी संचार के माध्यम के रूप में अपनी पैठ बना ली है. उन्होंने कहा कि मीडिया का काम सूचना का प्रसार करना है और एक प्रशासनिक अधिकारी की हैसियत से फीडबैक जेनरेट करना हमारी जिम्मेदारी है. मीडिया के बदौलत ही हमें हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी घटनाओं की जानकारी बिना उक्त स्थान पर गये मिलती रहती है. जिस आधार पर हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम हो पाते हैं.
आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार चंदन कुमार, नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रमंडलीय अध्यक्ष शंकर सुमन, तुरबसु, गरिमा उर्विशा, सुनीत साना, अमित कुमार, शाहनवाज़ आलम सहित मौजूद सभी पत्रकारों ने अपने वक्तव्य रखे. उक्त समारोह में पत्रकार रमण कुमार, मनदीप कुमार, मो. रजिउर रहमान, मेराज आलम, संजय कुमार, चंचल कुमार, प्रवीर कुमार, जिला स्काउट एंड गाइड पदाधिकारी जयकृष्ण यादव सहित अन्य पत्रकार शामिल हुए. समारोह के समापन से पहले हाल ही में मधुबनी के वेब पत्रकार अविनाश झा की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए दो मिनट का मौन धारण किया गया. सभी पत्रकारों ने एक स्वर में प्रशासन से पत्रकार समुदाय के लिए पूरी सुरक्षा की मांग की.
(रिपोर्ट:- गरिमा उर्विशा)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....