छातापुर: मुख्यालय बाजार स्थित मध्य विद्यालय परिसर मे कबीर विचार मंच छातापुर के द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय सत्संग सह प्रवचन कार्यक्रम का समापन गुरूवार संध्या मे हो गया. समापन के मौके पर बिहार सरकार के पर्यावरण वन व जलवायू परिवर्तन मंत्री सह स्थानीय विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू भी पार्टी के कई नेता व कार्यकर्ताओ के साथ पहूंचे. जहां उन्होने श्रद्धालुओं के साथ बैठकर संत के प्रवचन का श्रवण किया. समापन के मौके पर भारी संख्या मे धर्मप्रेमियों की भीड़ जूटी रही. जहां संध्याकाल स्तुति विनती प्रार्थना व आरती के बाद संतों का माला पहनाकर सम्मान किया गया और अंगवस्त्र देकर विदाई दी गई.
आगंतुक साधु संत सहित धर्मप्रेमियों के लिए भोजन शयन व शौचालय आदि की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही लगातार तीन दिनों तक सैकड़ो लोगों ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया. समापन समारोह के दौरान साधु संतों एवं मातावलंबियों के मुख से साहेब बंदगी का उद्घोष हो रहा था. मंगलवार से प्रारंभ हुए सत्संग सह प्रवचन कार्यक्रम मे संतो ने अपने प्रवचन के माध्यम से लोगो को सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पर चलने तथा जीवन रूपी भवसागर से पार होने की सीख दी. संतों ने मानव कल्याणार्थ प्रवचन देते हुए कहा की संतो की वाणी का मनुष्य अनुसरण कर सदमार्ग पर चलेंगे तो उन्हें अवश्य ही मुक्ति मिलेगी.
कहा मोह माया के चक्कर में पड़कर ही मनुष्य अपने जीवन को सफल बनाने के मुख्य उदेश्य को भूल जाता है. बताया कि सत्संग के बिना मानव को सद्ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है. कहा कि बिभिन्न योनियो में भटकने के बाद जीव को मानव रूपी तन मिलता है, जिसका मुख्य उदेश्य प्रभु भक्ति में लीन रहना है. इसलिए मानव जीवन की सार्थकता को समझकर भक्ति भजन से जुडे रहने की जरूरत है, संत कबीर के विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि विहंगम योग मे जाति-धर्म का कोई बंधन नहीं है और परस्पर मानवीय प्रेम ही इसका मुख्य आधार है.
यह प्रेम सामाजिक विसंगतियों को दूर कर सामाजिक सद्भाव की कड़ी को बल देता है. कहा कि समाज में जितनी भी कुरीतियां फैली हुई है वह सब मनुष्य के अनैतिक कर्मों का ही नतीजा है. नैतिकता की राह पर चलने के लिए हमें अपनी चेतना को जागृत करना होगा और चेतना की जागृति सत्संग से होती है. संत उपेंद्र नाथ साहेब की अध्यक्षता एवं जयदेवस्वरूप साहेब के संचालन मे आयोजित सत्संग सह प्रवचन कार्यक्रम में वैशाली के रामाशंकर साहेब, जमुई से शैलेंद्र साहेब, योग गुरू असंत स्वरूप साहेब, नारायण साहेब, रामस्वरूप साहेब, अयोधी बाबा, महेंद्र साहेब, उदय साहेब, पार्वती साहिबा, शिखा साहिबा, सच्चिदानंद साहेब, उपेंद्र साहेब, मधुराम साहेब, जगदीश साहेब, ध्यानी साहेब, प्रमीला, बैधनाथ साहेब, बेचन साहेब, रामलखन पासवान सहित कई संत महात्माओं नेे आयोजन मे हिस्सा लिया.
(रिपोर्ट:- सोनू कुमार भगत)
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