राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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26 अप्रैल 2022

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन

बेगूसराय: राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की 48वीं पुण्यतिथि पर उच्च विद्यालय नकटी (रामदीरी) प्रांगण में रामदीर 03 पंचायत के मुखिया अनुपम देवी के सहयोग से आस्था वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा रविवार की संध्या "रंगोली प्रतियोगिता व काव्य सम्मेलन एवम प्रतिभा सम्मान समारोह" का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में श्री सर्वेश कुमार (विधान पार्षद), राज किशोर सिंह (भाजपा जिला अध्यक्ष), श्री झुन्ना सिंह (जिला पार्षद), सिने अभिनेता अमय कश्यप सहित कवि के रूप में चित्रकार श्री सीताराम, प्रफुल्ल मिश्रा, शेखर सावंत, सुंदरम समुद्र और दीपक कुमार के साथ साथ लोक गायक व भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष बबलू आनंद संस्था के सचिव रवि रंजन कुमार सहित रामदीरी 03 पंचायत के मुखिया अनुपम देवी ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम शुभारंभ किया. 

तत्पश्चात प्रतिभागियों द्वारा बनाए गए कुल 17 रंगोली का उपस्थित अतिथियों ने अवलोकन किया गया. आकलन उपरांत रंगोली की विशेषता बताते हुए प्रतियोगिता निरीक्षक व जज श्री सीताराम ने प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार की घोषणा की जिसमें सभी बच्चियों को संस्था द्वारा घड़ी देकर पुरस्कृत किया गया एवं प्रतियोगिता में शामिल सभी बच्चियों को सांत्वना पुरस्कार स्वरूप कलम व डायरी देकर सम्मानित किया गया. साथ ही रंगोली की परंपरा और रंगोली की खासियत और रंगों के समावेश के बारे में विस्तार पूर्वक बच्चों को समझाया गया. इसके उपरांत मैट्रिक परीक्षा 2022 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र और छात्राओं को भार्गव के शब्दकोश से सम्मानित किया गया.  
आगंतुक सभी अतिथिगण व कवि महोदय को मुखिया अनुपम देवी के द्वारा अंगवस्त्र व पुष्पगुच्छ से सम्मानित किया गया तथा रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण किया गया और कवि सुंदरम के द्वारा उनकी रचना रश्मिरथी का काव्य पाठ किया. चतुर्थ चरण में उपस्थित सभी कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं से उपस्थित दर्शक व छात्र छात्राओं को ओतप्रोत किया श्री सर्वेश कुमार ने कहा इस तरह का आयोजन और इस तरीके का सम्मान होना बहुत जरूरी है, इससे आने वाले पीढ़ी को शिक्षा व कला के प्रति रुझान को बाल मिलेगा. कवि सम्मेलन की शुरुआत में श्री राज किशोर सिंह ने अपनी रचना "पांव लग गए गांव को "बन गया शहर, अब शहर की परंपरा हो गई कविताओं से लोगों को ग्रामीण परिवेश की पौराणिकता और हमारी सभ्यता और संस्कृति पर सोचने को मजबूर किया.

सीताराम ने हास्य व्यंग बाण से समाज में हो रहे अजीबोगरीब बदलाव के बारे में कटाक्ष कर लोगों के दिल में छेद किया. कवि शेखर सावंत के कविताओं से वीर रस की उत्पत्ति जहां झलक रही थी वहीं सुंदरम समुद्र, व दीपक कुमार से प्रेम रस की फुहार में श्रोता दर्शक डूबते हुए झूम रहे थे. कार्यक्रम का संयोजन देवेंद्र प्रसाद व संस्था अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार और भोपाल कुमार का था मंच संचालन दीपक कुमार ने किया.
(रिपोर्ट:- अमरेश अमन) 

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