मधेपुरा: तीन दिवसीय राजकीय सिंहेश्वर महोत्सव में जिला प्रशासन के खिलाफ शुरू हुआ आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।शुरू में नामचीन कलाकारों के चयन में छीछालेदर करा चुका जिला प्रशासन उद्घाटन सत्र को भी यादगार रूप नहीं दे पाया. ये बाते वाम युवा संगठन एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने हर महोत्सव के समय डीएम के छुट्टी पर चले जाने को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार बताते हुए कही. राठौर ने कहा कि एक ओर जहां उद्घाटन सत्र के निर्धारित समय चार बजे तक उद्घाटन कर्ता और अतिथि के नामों पर उहापोह की स्थिति रही वहीं अंतिम समय में अतिथियों से संपर्क साधने का परिणाम रहा कि निर्धारित समय के एक घंटा बाद तक अतिथियों के इंतजार में उद्घाटन नहीं हो सका था जिसके कारण दर्शकों के बीच कई तरह की चर्चा देखी गई.
जिले के सबसे बड़े बजट वाले महोत्सव को यादगार बनाने में डीएम पूरी तरह नाकामयाब रहे. जहां पहले कलाकारों के चयन में एकतरफा रुख रहा वहीं महोत्सव के अनुरूप अतिथियों को आमंत्रित करने में असफल रहे. राठौर ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है राजकीय बीपी मंडल जयंती, राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव में वर्तमान डीएम ने यही तमाशा किया था. जिसका असर सीधे आयोजन के आकर्षण पर पड़ा था।राठौर ने कहा कि यह सिंघेश्वर महोत्सव के प्रति बड़ी नाइंसाफी है जो अक्षम्य है. इस संबंध में संगठन सरकार से डीएम के करतूतों के साक्ष्य सहित शिकायत करेगा. अगर अतिथियों के रूप में बड़े नामों को तय कर बेहतर प्रचार प्रसार किया गया रहता तो लोगों की भागीदारी और महोत्सव की रौनकता और बढ़ती.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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