मधेपुरा: बीएन मंडल विवि में बुधवार को छात्र नेताओं ने सिंडिकेट सदस्य को घेर कर मांग पत्र सौंपा. छात्र संगठनों ने सिंडिकेट सदस्य को विश्वविद्यालय प्रशासन के काले कारनामों से अवगत कराया. इस मौके पर एनएसयूआइ के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार और आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने बिहार विधान परिषद सदस्य और सिंडीकेट सदस्य डा. संजीव सिंह व केपी कालेज मुरलीगंज के प्राचार्य और सिंडीकेट सदस्य डा. जवाहर पासवान को कहा कि राजेंद्र मिश्र महाविद्यालय सहरसा के बीएड विभाग में वर्तमान विभागाध्यक्षा डा. प्रतिष्ठा कुमारी की नियुक्ति 10 जुलाई 2019 महाविद्यालय द्वारा की गई.
इस पर तत्कालीन कुलसचिव ने पत्र जारी कर डा. प्रतिष्ठा कुमारी की नियुक्ति को संदेहास्पद बताया. डा. प्रतिष्ठा कुमारी का ही सेवा विस्तारीकरण प्रबंध समिति से करते हुए नियमों का उलंघन किया. इस मामले में बनी जांच कमेटी की रिपोर्ट को दरकिनार कर पुनः कालेज इंस्पेक्टर साइंस और आर्ट के द्वारा मामले को लीपा पोती कर पुनः दोष मुक्त कर दिया. जबकि बीएड विभागाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए निर्धारित आठ वर्ष का अनुभव प्रमाण पत्र में गड़बड़ी है. उन्होंने पीएचडी रेगुलर मोड से की है. साथ ही पीएचडी के समय ही शिक्षण अनुभव को जोड़कर दिखाया है. पीएचडी के साथ बिना तीन साल की छुट्टी के शोधार्थी की नौकरी संभव नहीं हैं.
पीएचडी की डिग्री में डा. प्रतिष्ठा के पास निर्धारित अनुभव की कमी है. आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि पूर्व में कुलपति के द्वारा जिस मांगों पर वार्ता हुई थी वह एक भी मांग पूरा नहीं हुआ छात्र हित में निम्नलिखित मांग हैं. मौके पर एनएसयूआइ छात्र नेता नीतीश यदुवंशी, अमित कुमार, अजेंद्र कुमार, राहुल कुमार अमन झा आदि मौजूद रहे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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