मधेपुरा: वाम छात्र संगठन एआईएसएफ की बीएनएमयू इकाई द्वारा "आओ चले गांव की ओर" कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्रामीण बच्चों के बीच राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई. इस अवसर पर दोनों महापुरुषों की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया. मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन के बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण में गांधी और शास्त्री एक दूसरे के पूरक हैं स्वतंत्रता आंदोलन में संघर्ष करने वालों में जहां गांधी ने अपने संकल्प, त्याग, नेतृत्व, सांगठनिक समझ के बल पर आजादी का आंदोलन लड़ा वहीं लालबहादुर शास्त्री ने आजादी के आंदोलन में भूमिका अदा करने के बाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में जय जवान जय किसान का नारा और पाकिस्तान के साथ अपने फैसले से विश्व मंच पर भारत की मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. छात्र नेता राठौर ने कहा कि गांधी के संघर्ष और शास्त्री की सादगी को विश्व पटल पर आदर्श पहचान दिया जाता है।भारत को गर्व है कि अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर भारत को पहचान देने वाले गांधी और शास्त्री की जन्मभूमि और जन्मतिथि एक ही है. छात्र युवाओं को उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है जिससे उनके सपनों का देश बनाया जा सके और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. विजय और सत्यम ने कहा कि बापू और शास्त्री जी वो अनमोल रत्न हैं जिसे हर दौर सम्मान के साथ स्थान देगा. पूजा, लक्ष्मी ने कहा कि दौर बेशक बदला लेकिन गांधी और शास्त्री कि अहमियत नहीं बदली. मौके पर बच्चों के बीच पठन पाठन की सामग्री का भी वितरण किया गया. मौके पर लक्ष्मी, प्रियंका, नेहा, सुमन, अंकित, गौतम, सत्यम, पिंकी आदि उपस्थित रहे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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